अम्बेडकर जन मोर्चा द्वारा आन्दोलन के दूसरे चरण की घोषणा
1 min readगोरखपुर I
आगामी 17 मार्च को गोरखपुर कमिश्नर कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय ‘‘विशाल धरना प्रदर्शन’’ होगा। विगत दिनों जमीन की मांग को लेकर अम्बेडकर जन मोर्चा ने गोरखपुर में दलित अधिकार रैली किया था, उस रैली में लाखों की संख्या में आम जनता ने हिस्सा लिया था। अम्बेडकर जन मोर्चा के मुख्य संयोजक/राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रवण कुमार निराला का ऐलान है कि जब तक जमीन नहीं मिलेगा हमारा आन्दोलन चरणबद्ध तरीके से जारी रहेगा।
अम्बेडकर जन मोर्चा के कार्यालय पर भूमिहीन गरीबों का जमीन के लिए लगभग 70 हजार अप्लीकेशन भी जमा हो चुका है। उक्त बातें अम्बेडकर जन मोर्चा के मुख्य संयोजक/राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रवण कुमार निराला ने आज गोरखपुर तारामण्डल स्थित मुख्य कार्यालय पर आयोजित कार्यकर्ता बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि तेलंगाना सरकार ने 15 अगस्त 2014 को निर्णय लिया था कि तेलंगाना प्रदेश के सभी भूमिहीन दलितों को तीन-तीन एकड़ जमीन खरीदकर निःशुल्क वितरित करेगी।
इस योजना के अन्तर्गत मार्च 2022 तक 16906.34 एकड़ भूमि खरीदी जा चुकी है। जिसकी कीमत रू0 355.94 करोड़ है। यह जमीन 6874 परिवरों में वितरित की जा चुकी है। इसके अतिरिक्त तेलगांना सरकार दलित आदिवासी बच्चों को करोड़ो रूपये की सहायता देकर विदेशों में पढ़ाई करने के लिए भेज रही है। साथ ही साथ कई अन्य योजना भी इन वर्गाें के उत्थान के लिए चला रही है।
प्रश्न यह उठता है कि तेलगांना सरकार कर सकती है तो उत्तर प्रदेश की सरकार क्यों नहीं कर सकती है।
उत्तर प्रदेश में 45 प्रतिशत दलित बिल्कुल भूमिहीन है। इनका आर्थिक जीवन और सामाजिक जीवन अत्यन्त ही कठिन और अपमानजनक है। राजनीतिक जीवन का तो कोई मोल नहीं है। न तो सरकार को चिन्ता है न ही मुख्य विपक्षी पार्टियों को है जो पिछले 30 वर्षाें में कई बार सरकार में रही है। दलितों का नौकरी पेशा वर्ग भी अपनी नौकरी करने और बचाने की लड़ाई में लगा हुआ है, समय मिलता है तो आरक्षण बचाने की लड़ाई लड़ लेता है, जो एक आवश्यक लड़ाई है लेकिन इन 45 प्रतिशत भूमिहीन दलितों की चिन्ता को इनके लिए कुछ करने का अवसर नहीं मिला कांशीराम साहब भूमिहीन दलितों को कम से कम एक एकड़ कृषि योग्य भूमि देना चाहते थे।
अब मान्यवर साहब हमारे बीच नहीं है तो इनकी लड़ाई कौन लड़ेगा ? पिछली योगी जी की सरकार ने अब अनुसूचित जाति/जनजाति के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति व शिक्षा शुल्क सरकारी खजाने से देना बन्द करने का निर्णय लिया तो अम्बेडकर जन मोर्चा ने शिक्षा, छात्रवृत्ति बचाओं विशाल रैली किया तब जाकर मजबूर होकर सरकार को झुकना पड़ा और लाखों विद्यार्थियों को इसका लाभ मिला।
इसलिए अम्बेडकर जन मोर्चा का यह संकल्प है कि जब तक जमीन नहीं मिलेगा तब हम लड़ेगे और हम जीतेंगे।
बैठक को सम्बोधित करते हुए अम्बेडकर जन मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष सीमा गौतम ने कहा कि हमारा आन्दोलन दलित पिछड़े भूमिहीन समाज के अस्तित्व की लड़ाई है, जमीन हमारा अधिकार है, जो हमारे भरण पोषण और सम्मान के लिए अति आवश्यक है। हम अपील करते है कि आप सभी साथी बड़ी से बड़ी संख्या में 17 मार्च को प्रातः 10 बजे कमिश्नर कार्यालय, गोरखपुर पर पहुँचे और अपनी आवाज को बुलन्द करें I
सरकार हमारी मांग के सामने झुकेगी, हमारी जीत की शुरूआत हो चुकी है, हमें सूचना मिल चुकी है कि सरकार ने यह मान किया है कि हमे जमीन देना ही पड़ेगा I इसीलिए सरकार ने पहले चरण में खाली जमीन का सर्वे शुरू कर दिया है I सीलिंग और बचत की जमीनों को खाली कराया जा रहा है, यह अम्बेडकर जन मोर्चा के आन्दोलन ‘‘दलित अधिकार रैली’’ का असर है। हमें रूकना नहीं है, संघर्ष को मजबूती से आगे बढ़ाना है।
बैठक में मुख्य रूप से सर्वश्री ऋषि कपूर आनन्द (प्रदेश उपाध्यक्ष), आनन्द कुमार (मण्डल उपाध्यक्ष), एल0बी0 गौतम (मण्डल उपाध्यक्ष), हरिलाल भारती (मण्डल महासचिव), राजेन्द्र प्रसाद (प्रदेश सचिव), संजय कुमार, शिव कुमार, लालजी प्रसाद (जिलाध्यक्ष), श्रवण शर्मा (मण्डल अध्यक्ष), अभिषेक अवस्थी, राजन पासवान, महन्थ मौर्या, अनिता भारती (जिला सचिव), पिन्टू कुमार गौड़ (जिला सचिव), अरविन्द प्रकाश, विनय भारती आदि समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपस्थित रहे।