शाहरुख की पठान रिलीज होने से पहले ही विवादों फंसी
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बालीवुड पर संकट के बादल कम होने के नाम नहीं ले रहे हैं I अभी 12 नवम्बर को पठान फिल्म का टीजर लांच किया गया I जिसमें फिल्म का पहला गाना “बेशर्म रंग” रिलीज होने के बाद से भारी हंगामा बरपा हुआ है I पठान फिल्म के बॉयकॉट करने की सोशल मीडिया में मांग उठने लगी है I ट्विटर हैंडल पर #पठान बॉयकॉट ट्रेंड कर रहा है I बताते चलें कि अभिनेता शाहरुख खान 04 वर्ष के बाद इस फिल्म से कमबैक किया है I वो भी विवादों में आ गई है I शाहरुख खान इस फिल्म में लीड रोल में आ रहे हैं I शाहरुख खान के कैरियर की काफी समय से हिचकोले ले रही है, विगत कुछ वर्षों से इनकी फ़िल्में चल भी नहीं रही हैं I इसी बीच उनका बेटा ड्रग के मामले में फंस गया था I और जब उनकी फिल्म पठान अभी रिलीज़ भी नहीं हुई और पहले विवादों में घिर गई है I कहने का मतलब है कि शाहरुख खान के सितारे अभी अच्छे नहीं दिख रहे हैं I फिल्म पठान अगले वर्ष 25 जनवरी 2023 को रिलीज होगी I
क्या है फिल्म के विवाद का कारण
हालिया शाहरुख अभिनीत पठान फिल्म का टीचर रिलीज होते ही उनकी फिल्म विवादों में फंस गई है I 12 दिसम्बर को फिल्म का पहला गीत “बेशर्म रंग” जिसमें दीपिका पादुकोण ने भगवा रंग बिकनी पहन रखी है, उनके गाने में हाव-भाव पर भी लोग सवाल उठाना शुरू कर दिया है I इस गाने पर धुन के चोरी करने के आरोप भी लग रहे हैं I कहा जा रहा है कि 2016 में रिलीज हुए गाने की धुन जैन की मोरबी से कापी पेस्ट करके इस गाने को बनाया गया है I इसके विरोध की एक और वजह मानी जा रही है जिसमें रिलीज सीजन में शाहरुख खान ने एक डायलॉग में कहा है कि भारत में असहिष्णुता फैल रही है I इन्हें विरोधियों के बीच दीपिका पादुकोण का 2020 में जेएनयू में छात्रों के साथ हुई हिंसा की विरोध में हो रहे प्रदर्शन में शामिल होने से भी जोड़ा जा रहा है जिसमें उन्होंने हिस्सा लिया था और प्रदर्शन का समर्थन किया था इसी बात को लेकर जेएनयू से जुड़ी तस्वीरें भी सोशल साइट पर वायरल हो रही हैं I सॉन्ग में दीपिका और शाहरुख के बोल्ड सीन को भी लेकर लोगों में काफी नाराजगी देखने को मिली है इसे भी पठान के विरोध का एक वजह और माना जा रहा है I
फिल्म पठान को लेकर हो रहे विरोध-प्रदर्शन
फिल्म पठान रिलीज होने के पहले विवादों में आ जाने के कारण जगह जगह इसके विरोध में प्रदर्शन किए जा रहे हैं लखनऊ भोपाल बनारस दिल्ली सहित विभिन्न शहरों में इसके खिलाफ प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं इनके पोस्टर फाड़े जा रहे हैं शाहरुख और दीपिका के पुतले जलाए जा रहे हैं अनेक हिंदू संगठन इसे लेकर सड़कों पर आ गए हैं अयोध्या के महंत राजू दास ने इसे लेकर विवादित बयान दे डाला है I उनका कहना है कि जिस सिनेमा घर में पठान फिल्म लगे उसे जला दिया जाए अयोध्या के संत समाज ने भी विरोध दर्ज कराते हुए कहा है कि ये भगवा व हमारी संस्कृति को बदनाम करने की कोशिश है I जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, शाहरुख खान सनातन धर्म का विरोधी है I इंदौर में पठान फिल्म के खिलाफ रोष देखने को मिला है I फिल्म के विरोध में वीर शिवाजी ग्रूप ने दीपिका पादुकोण और शाहरुख खान के पुतले भी जलाए I मध्य प्रदेश में इस बात पर जमकर हंगामा हुआ I इंदौर में लोग सड़कों पर जमा हो गए I विरोध प्रदर्शन करते हुए लोगों ने फिल्म पर बैन की मांग की I वीर शिवाजी समूह ने कहा कि फिल्म के गाने बेशर्म रंग से हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं I मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम शुक्ला ने कहा किअगर फिल्म में दीपिका के कपड़े और कुछ सीन्स को बदला नहीं गया तो वो प्रदेश में फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगे I डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि फिल्म पठान के गाने में टुकड़े-टुकड़े गैंग की समर्थक अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के कपड़े और वेशभूषा बेहद आपत्तिजनक है I वहीं गाना भी दूषित मानसिकता फ़िल्माया गया है I
अगर विवादित सीनों नहीं बदला गया तो मध्यप्रदेश में फिल्म के रिलीज होने पर विचार करेगी I इस फिल्म का विरोध करने में हिंदू संगठन के अलावा भाजपा के बड़े नेता भी मोर्चा संभाल लिया है जिसमें साध्वी प्रज्ञा यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल है I उलेमा संगठन भी इसके विरोध में आ गए हैं I
विवादों पर शाहरुख ने तोड़ी चुप्पी
कोलकाता में अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (केआईएफएफ) के उद्घाटन पर शाहरुख खान ने कहा कि “एक वक्त था जब हम मिल नहीं पाए, लेकिन दुनिया अब नॉर्मल होती जा रही है I हम सब खुश हैं और मैं सबसे ज्यादा खुश हूं I मुझे ये कहने में कोई गुरेज नहीं है कि दुनिया चाहे कुछ भी करे, मैं और तुम और दुनिया में सभी सकारात्मक लोग जीवित हैं” I शाहरुख खान ने कहा कि हमारे समय की सामूहिक कहानी को सोशल मीडिया ने आकार दिया है I इस विश्वास के विपरीत कि सोशल मीडिया सिनेमा को नकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा I मेरा मानना है कि सिनेमा को अब और भी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है I
शाहरुख खान ने कहा कि सोशल मीडिया अक्सर देखने की एक निश्चित संकीर्णता से प्रेरित होता है, जो मानव स्वभाव को उसके आधार तक सीमित करता है. मैंने कहीं पढ़ा है कि नकारात्मकता सोशल मीडिया की खपत को बढ़ाती है I इस तरह इसके व्यावसायिक मूल्य को भी बढ़ाती है I इस तरह की कोशिशें कलेक्टिव नरेटिव्स को कम करती हैं, जो इसे आगे जाकर विभाजनकारी और विनाशकारी बनाती हैं I फिलहाल शाहरुख खान की मुश्किलें बढ़ सकती हैं I