खेती में करें पानी की बचत या सूक्ष्म सिंचाई तकनीकी का करें प्रयोग
1 min readआचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या से संचालित कृषि विज्ञान केंद्र कठौरा द्वारा सोमवार को जैतपुर गाँव स्थित पंचायत में जल शक्ति अभियान के अंतर्गत द्वितिय एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कृषि में जल संरक्षण विषयक इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ सुरेंद्र सिंह ने उपस्थित किसानों से खेती में जल संरक्षण के तरीकों को अपनाने का सुझाव दिया। केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ अजीत सिंह वत्स ने बताया कि ज्यादातर किसान विभिन्न फसलों में आवश्यकता से अधिक पानी का प्रयोग कर रहे हैं जिस कारण जलस्तर में लगातार गिरावट हो रही है इसलिए आने वाले भविष्य को देखते हुए खेती में कम से कम जल का प्रयोग करना चाहिए। केंद्र के वैज्ञानिक एवं प्रशिक्षण समन्वयक डॉ भाष्कर प्रताप सिंह ने किसानों को सूक्ष्म सिंचाई तकनीकी जैसे टपक सिंचाई स्प्रिंकलर सिंचाई रेन गन का प्रयोग करने का सुझाव दिया और कहा कि सब्जियों की खेती के लिए टपक सिंचाई एवं स्प्रिंकलर सिंचाई सर्वोत्तम रहती है तथा दलहन एवं तिलहन फसल के लिए स्प्रिंकलर एवं रेन गन सिंचाई तकनीकी का प्रयोग काफी लाभप्रद रहता है जिससे कम पानी में बेहतर फसल ली जा सकती है तथा सूक्ष्म सिंचाई पद्धतियों का उपयोग करके चना,मटर, सरसों की खेती आसानी से की जा सकती है।
केंद्र के वैज्ञानिक डॉ देवेश पाठक ने वर्षा जल संरक्षण के बारे में तथा प्राकृतिक खेती को अपनाने की बात कही ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में 40 से अधिक किसानों ने हिस्सा लिया जिसमें पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य उमाशंकर शुक्ल, राजकुमार सिंह,रघुनाथसिंह,,स्वामी दयाल तिवारी,संजीत सिंह,अवधेश चौरसिया,कुलदीप यादव,शिवेंद्र सिंह,रामनरेश सिंह,शिवशंकर सिंह आदि बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।