Cleanliness Campaign : तिलोई वन रेंज परिसर में स्वच्छता अभियान: सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम ने जगाई जागरूकता
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विशेष रिपोर्ट – रवि नाथ दीक्षित
अमेठी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस के अवसर पर पूरे देश में “सेवा पखवाड़ा” के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में गुरुवार को तिलोई वन रेंज परिसर में वन क्षेत्राधिकारी जहीर मिर्जा के नेतृत्व में एक विशेष स्वच्छता अभियान का आयोजन किया गया। इस अभियान में न केवल वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी की, बल्कि स्थानीय स्तर पर स्वच्छता के प्रति जागरूकता का संदेश भी दिया गया।
अभियान का उद्देश्य और पृष्ठभूमि
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 में “स्वच्छ भारत मिशन” की शुरुआत करते हुए देशवासियों से आह्वान किया था कि स्वच्छता को केवल सरकारी कार्यक्रम न मानकर व्यक्तिगत जिम्मेदारी के रूप में अपनाया जाए। इसी विचार को आगे बढ़ाते हुए हर वर्ष उनके जन्मदिवस को “सेवा दिवस” और अब “सेवा पखवाड़ा” के रूप में मनाया जाता है।
तिलोई वन रेंज परिसर में हुआ यह अभियान उसी सोच का हिस्सा है। वन क्षेत्राधिकारी जहीर मिर्जा ने इस अवसर पर स्पष्ट कहा कि –
“स्वच्छता केवल एक दिन का कार्य नहीं, बल्कि यह हमारी जीवनशैली का स्थायी हिस्सा होना चाहिए। जब तक हम सभी लोग व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेकर अपने घर, कार्यस्थल और आसपास की जगह को स्वच्छ नहीं रखेंगे, तब तक एक स्वस्थ और सुंदर समाज की कल्पना अधूरी रहेगी।”
कार्यक्रम की मुख्य झलकियां
सुबह से ही वन रेंज परिसर में अभियान की तैयारियां शुरू हो गई थीं। कर्मचारी सफाई उपकरण, झाड़ू, फावड़ा, टोकरियां आदि लेकर जुटे। परिसर के कोने-कोने से प्लास्टिक, गंदगी और झाड़-झंखाड़ को हटाया गया। पुराने जमे कचरे को उठाकर निर्धारित स्थान पर निस्तारित किया गया।
अभियान का नेतृत्व स्वयं वन क्षेत्राधिकारी जहीर मिर्जा ने किया। उनके साथ डिप्टी रेंजर सचिन गौतम, कर्मचारियों रोहित, अंगद, रामराज, महादेव, मुकेश, महेंद्र, सौरभ सहित दर्जनों कर्मियों ने पूरे उत्साह से भाग लिया। सभी कर्मियों ने एकजुट होकर सफाई की और इस अवसर पर संकल्प भी लिया कि वे न केवल दफ्तर और परिसर की स्वच्छता बनाए रखेंगे, बल्कि गाँव और मोहल्लों में भी लोगों को इसके लिए प्रेरित करेंगे।
कर्मचारियों का उत्साह और भागीदारी
इस स्वच्छता अभियान की खासियत यह रही कि इसमें सभी कर्मचारी खुद आगे बढ़कर शामिल हुए। किसी ने परिसर में जमे कचरे को उठाया तो किसी ने झाड़-झंखाड़ हटाए। कई कर्मचारी पानी के गड्ढों को भरने में लगे, तो कुछ ने प्लास्टिक और पन्नियों को इकट्ठा कर सुरक्षित निस्तारण किया।
डिप्टी रेंजर सचिन गौतम ने कहा –
“प्रधानमंत्री के जन्मदिवस पर चल रहा सेवा पखवाड़ा सिर्फ औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह हम सबको यह याद दिलाता है कि स्वच्छता हमारी संस्कृति और जिम्मेदारी दोनों है।”
समाज के लिए संदेश
वन क्षेत्राधिकारी ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें यह समझना होगा कि गंदगी केवल स्वास्थ्य के लिए ही नहीं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी खतरनाक है। स्वच्छता के बिना स्वस्थ जीवन की कल्पना संभव नहीं है। अगर हम अपने घर और कार्यस्थल को साफ रखते हैं, तो यह हमारे मानसिक स्वास्थ्य और उत्पादकता पर भी सकारात्मक असर डालता है।
उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि –
“स्वच्छ भारत अभियान तभी सफल होगा जब हर नागरिक इसे अपने जीवन का हिस्सा बना ले। केवल सरकारी विभाग या कुछ संगठनों के प्रयास से स्थायी परिवर्तन नहीं आ सकता। हमें परिवार से लेकर समाज तक, हर स्तर पर इसे अपनाना होगा।”
पर्यावरण और स्वच्छता का गहरा संबंध
वन विभाग के लिए स्वच्छता का महत्व और भी बढ़ जाता है। जंगलों और हरियाली को बचाने के साथ-साथ अगर कचरा और प्लास्टिक का अंबार बढ़ेगा तो पर्यावरण संरक्षण का प्रयास अधूरा रह जाएगा। प्लास्टिक न केवल मिट्टी को खराब करता है बल्कि वन्य जीवों के जीवन के लिए भी घातक होता है।
तिलोई वन रेंज परिसर में यह स्वच्छता अभियान कर्मचारियों को यह संदेश भी देता है कि उन्हें सिर्फ जंगलों और पेड़ों की सुरक्षा तक सीमित नहीं रहना है, बल्कि अपने कार्यक्षेत्र को भी स्वच्छ रखना है। जब वन विभाग जैसी संस्थाएं साफ-सुथरे वातावरण का उदाहरण पेश करेंगी, तभी जनता भी प्रेरित होगी।
सेवा पखवाड़ा: एक अवसर, एक संकल्प
सेवा पखवाड़ा केवल औपचारिक कार्यक्रमों की श्रृंखला नहीं है। यह समाज में सेवा भाव और जिम्मेदारी का वातावरण बनाने का अवसर है। स्वच्छता अभियान के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि हमें मिलकर काम करना होगा। स्वच्छता केवल स्वास्थ्य ही नहीं, बल्कि आत्मसम्मान और सामाजिक चेतना का भी प्रतीक है।
तिलोई वन रेंज परिसर में हुए इस अभियान ने साबित किया कि अगर हम सब मिलकर प्रयास करें तो बदलाव संभव है। यह केवल परिसर की सफाई भर नहीं थी, बल्कि लोगों के मन में सफाई के प्रति सोच को जगाने का प्रयास भी था।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
अभियान की जानकारी जैसे ही आसपास के लोगों तक पहुँची, कई ग्रामीण भी देखने और प्रेरणा लेने पहुंचे। ग्रामीणों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि अगर विभाग और अधिकारी स्वयं इस तरह का उदाहरण पेश करेंगे तो आम लोग भी इसे गंभीरता से लेंगे।
तिलोई वन रेंज परिसर में आयोजित यह स्वच्छता अभियान केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि संदेश था कि स्वच्छता को हमारी दिनचर्या का हिस्सा बनाना जरूरी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस पर आयोजित सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम ने एक बार फिर यह याद दिलाया कि “स्वच्छ भारत” का सपना तभी पूरा होगा जब हम सब मिलकर इसके लिए निरंतर प्रयास करेंगे।
वन क्षेत्राधिकारी जहीर मिर्जा और उनकी टीम ने जिस समर्पण और उत्साह से इस अभियान को अंजाम दिया, वह निश्चित ही समाज के लिए प्रेरणादायी है। ऐसे प्रयासों से न केवल सरकारी दफ्तर और परिसर स्वच्छ रहेंगे, बल्कि जनता में भी यह संदेश जाएगा कि –
“स्वच्छता ही सेवा है, और सेवा ही सच्ची देशभक्ति है।”