अखिलेश यादव तीसरी बार चुने गए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष
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समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन मैं अखिलेश यादव को एक बार फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया अखिलेश यादव तीसरी बार राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए चुने गए हैं उनके नाम का प्रस्ताव रामगोपाल यादव ने किया और उन्हें निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया इस पद के लिए उनके खिलाफ कोई दूसरा प्रस्ताव नहीं आया I सपा का राष्ट्रीय सम्मेलन लखनऊ के रमाबाई मैदान में आयोजित हुआ इस सम्मेलन में सपा कार्यकर्ताओं ने पूरे जोश खरोश के साथ शामिल हुए हुए उत्साह से भरे हुए थे समाजवादी पार्टी का 11 वां राष्ट्रीय सम्मेलन है इसे कुछ नया रूप देने का प्रयास किया गया यह सम्मेलन लोकसभा चुनाव के मद्देनजर रणनीति का एक हिस्सा माना जा रहा है I सपा के अब तक हुए सम्मेलनों से एक अलग सम्मेलन के रूप में का आयोजन हुआ सम्मेलन स्थल पर मेट्रो रिवर फ्रंट एक्सप्रेस वे सहित अनेक ऐतिहासिक कार्यों के संबंधित होल्डिंग भी लगाए गए थे I इनमें सपा के सामाजिक सरोकार से संबंधित फैसलों की भी चर्चा की गई I इस सम्मेलन में इतना तो तय है कि अखिलेश यादव ही तीसरी बार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाएंगे शिवपाल यादव से पार्टी का झंडा एवं निशान की लड़ाई जीतने के बाद 1 जनवरी 2017 को पार्टी का अधिवेशन बुलाकर अखिलेश यादव को पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह की जगह राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया I
इसके बाद अक्टूबर 2017 में ही बाकायदा अधिवेशन में सर्वसम्मति से फिर पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया I इसी अधिवेशन में पार्टी के संविधान में संशोधन करके पार्टी अध्यक्ष का कार्यकाल 3 वर्ष से बढ़ाकर 5 वर्ष कर दिया गया I 1992 में पार्टी की स्थापना से पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव राष्ट्रीय अध्यक्ष के इसके बाद 2017 से अखिलेश यादव लगातार तीन बार से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जा रहे हैं इस प्रकार पार्टी की कमान यादव परिवार में ही रहा है I पार्टी को 2019 और 2022 मैं मिली हार के बाद यह राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है I
अखिलेश के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर बीजेपी ने कसा तंज
अखिलेश यादव के समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने पर भाजपा ने पार्टी पर वंशवाद का आरोप लगाया है I भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि जो चार बार चुनाव में शिकस्त खा चुका है, उसे राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा रहा है I इससे बड़ा वंशवाद,परिवारवाद का उदाहरण क्या हो सकता है I इस पार्टी में अभी तक 30 वर्षों में एक ही परिवार के मुलायम सिंह से अखिलेश यादव तक बाप-बेटे ही राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं I इससे बड़ा वंशवाद का नमूना और क्या हो सकता है I श्री चौधरी ने कहा कि बीजेपी संगठन आधारित पार्टी है I इसमें मेरे जैसा कार्यकर्ता अध्यक्ष बन सकता है नरेंद्र मोदी जैसा कार्यकर्ता प्रधानमंत्री भी बन सकता है I