सिंचाई विभाग के आला अधिकारियों का बड़ा कारनामा वेतन सींच पर्यवेक्षक का और कामकाज सींचपाल का
1 min readREPORT BY KAPIL DEV SINGH
LUCKNOW/SULTANPUR NEWS I
उत्तर प्रदेश शासन के कई बार के आदेशों,निर्देशों के बावजूद सिंचाई विभाग के सैकड़ों सींचपालों की सालों से सींच पर्यवेक्षक पद पर पदोन्नति नहीं की जा रही है। सुल्तानपुर,जौनपुर, आजमगढ़,अंबेडकरनगर आदि कई जिलों के सैकड़ों सींचपालों का सींच पर्यवेक्षक पद पर होने वाले प्रमोशन की फाइल कई सालों से उनके आला अफसरों/अभियंताओं ने अपने स्तर पर ही रोक रखा है।
प्रमोशन पाने के हकदार इन सींचपालों को उत्तर प्रदेश सरकार का सिंचाई विभाग कई वर्षों से सींच पर्यवेक्षक पद का वेतन तो दे रहा है। पर उन्हें पदोन्नति नहीं दे रहा है और सींचपाल पद का ही कामकाज करवा रहा है। जबकि प्रतापगढ़ जिले समेत कई जिलों में सिंचाई विभाग में कार्यरत तमाम सींचपालों को उनके आला अधिकारियों ने शासन के आदेश/निर्देश के अनुसार सींच पर्यवेक्षक के पद पर प्रमोशन कर उन्हें इस पद पर पदोन्नति का वेतन भी दिला रहे हैं।
इसी सिंचाई विभाग के कर्मचारी संगठनों के अनुसार इन जिलों में कार्यरत सैकड़ों सींचपालों का प्रमोशन लगभग पांच छह वर्षों से रुका हुआ है। उत्तर प्रदेश शासन के प्रमोशन आदेश के विपरीत सिंचाई विभाग के आला अधिकारियों /अभियंताओं की मनमानी कार्यशैली के चलते सैकड़ों सींचपालों का प्रमोशन नहीं हो रहा है।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की भावना से काम कर रही है। सीएम योगी की मंशा है कि बिना किसी भेदभाव के सबको उसका हक मिले,न्याय मिले। पर सिंचाई विभाग के आला अफसर और अभियन्ता अपने इन मातहत कर्मचारियों सींच पालों के प्रमोशन की फाइल सालों से दबाए बैठे हैं।
इससे योगी सरकार की कर्मचारी कल्याण की मंशा पर पानी फिर रहा है और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है। जबकि सीएम योगी आदित्यनाथ की भाजपा सरकार भ्रष्टाचार को खत्म करने का अभियान चला रही है। अब विडंबना देखिए कि प्रतापगढ़ जिले में सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता अपने मातहत सींचपाल कर्मचारियों का प्रमोशन शासन के निर्देशानुसार सींच पर्यवेक्षक पद पर कर देते हैं। और उनसे उसी पद के अनुरूप वेतन देते और काम लेते हैं।
लेकिन सुल्तानपुर,जौनपुर, आजमगढ़,अंबेडकरनगर आदि जिलों में उसी सिंचाई विभाग में कार्यरत सैकड़ों सींचपालों की पदोन्नति पत्रावली उनके ही अधिकारी/अधिशाषी अभियन्ता और अधीक्षण अभियन्ता बिना किसी ठोस कारण के कई सालों से रोके हुए हैं।
बोले जिम्मेदार अधिकारी
इस संबंध में पूछे जाने पर सिंचाई विभाग शारदा सहायक खंड 16 सुल्तानपुर के अधिशाषी अभियंता शरद कुमार का कहना है कि इन सभी सींचपालों का सींच पर्यवेक्षक पद पर पदोन्नति करने का हमें कोई अधिकार नहीं है।
जब उनको यह बताया गया कि प्रतापगढ़ जिले के सिंचाई विभाग में कार्यरत सींचपालों का प्रमोशन वहां के अधिशासी अभियंता ने शासन के आदेश,निर्देश के अनुसार सींच पर्यवेक्षक पद पर किया है तो अधिशाषी अभियंता शरद कुमार का यह कहना था कि प्रतापगढ़ के अधिकारी ने पता नहीं किस अधिकार से और कैसे प्रमोशन कर दिया है।
हो सकता है उन्होंने अस्थाई तौर पर पदोन्नति किया होगा।उनके द्वारा की गई प्रमोशन की यह कार्यवाही कुछ महीने बाद रद्द हो जायेगी। क्योंकि उनको प्रमोशन करने का अधिकार नहीं है।
उल्लेखनीय है कि सिंचाई विभाग प्रतापगढ़ के सींचपालों को सींच पर्यवेक्षक पद पर पदोन्नति के साथ ही उसी पद भार का दायित्व कार्य और वेतन दोनों का लाभ मिल रहा है। इस विभागीय विसंगति के बारे में जब सिंचाई विभाग आजमगढ़ मंडल के अधीक्षण अभियन्ता आनंद कुमार आनंद से पूछा गया तो उन्होंने कहा की इसमें सरकार क्या करेगी।
सींचपालों का प्रमोशन करने का अधिकार सिर्फ मुझे है। मुझे ही पदोन्नति करनी है। जब कभी समय आएगा तो करेंगे। उन्होंने कहा की उत्तर प्रदेश शासन,सरकार के ऐसे आदेश,निर्देश तो आते जाते रहते हैं। प्रदेश सरकार के हर आदेश को फालो नहीं किया जा सकता है। जब उनसे यह पूछा गया कि क्या आप राज्य सरकार से ऊपर हैं तो उन्होंने फिर वही जवाब दोहराया की प्रमोशन करना या नहीं करना सिर्फ़ मेरा अधिकार है किसी और का नहीं।
उन्होंने बताया कि सुल्तानपुर और प्रतापगढ़ जिले के अधिशाषी अभियंता के अधिकार क्षेत्र में प्रमोशन करना नहीं है।उनको पॉवर ही नहीं है, वे नहीं कर सकते हैं। केवल मुझे हो प्रमोशन करने का पॉवर है। उन्होंने यह भी कहा कि इसमें योगी सरकार क्या करेगी।
बहुत जोर देने पर मंडलीय अधीक्षण अभियन्ता आनंद कुमार आनंद ने बताया कि आजमगढ़ मंडल के पांच छह जिलों में सिंचाई विभाग में कार्यरत सैकड़ों सींच पाल कर्मचारियों को सींच पर्यवेक्षक पद पर पदोन्नति करने के लिए शासन को पत्रावली भेजी गई है। वहां से जब कभी आदेश/ निर्देश मिलेगा तो प्रमोशन लिस्ट के मुताबिक़ कार्यवाही की जायेगी।
अधीक्षण अभियन्ता आनंद कुमार आनंद ने यह भी कहा की ज्यादा जानकारी चाहिए तो सूचना के अधिकार के तहत मांगिए। उन्होंने यह भी कहा कि सिंचाई विभाग में कार्यरत सींचपालों की कमी है। अगर उनको पदोन्नति देकर सींच पर्यवेक्षक का पद भार दे दिया गया तो सींचपाल का कार्य प्रभावित हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि सींचपालों को सींच पर्यवेक्षक पद का वेतन तो मिल ही रहा है। फिर क्या दिक्कत है। सैकड़ों सींचपालों का सींच पर्यवेक्षक पद का वेतन लेना और काम सींचपाल का करना यह विभागीय विसंगति नहीं है क्या? इस पर उनका कहना था कि मैं कुछ नहीं कर सकता।
इस विसंगति के बारे में कर्मचारी संगठन का कहना है कि सिंचाई विभाग के आला अफसर,अधीक्षण अभियन्ता और अधिशाषी अभियन्ता शासन/सरकार की मंशा के अनुसार कर्मचारी हित में काम नहीं कर रहे हैं। अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं। छह वर्षों से सींचपालों का प्रमोशन बिला वजह रोका हुआ है।
सुल्तानपुर के बगल प्रतापगढ़ जिले में सींचपालों का प्रमोशन हुआ है।उन्हें पदोन्नति देने के साथ ही सींच पर्यवेक्षक पद का वेतन भी दिया जा रहा है और काम भी सींच पर्यवेक्षक पद का लिया जा रहा है। लेकिन सुल्तानपुर समेत जौनपुर, आजमगढ़ अंबेडकरनगर आदि जिलों में कार्यरत सैकड़ों सींचपाल कर्मचारियों को कई बार शासन के आदेश निर्देश के बावजूद प्रमोशन नहीं किया जा रहा है।
जबकि इन सींचपालों को वषों से सींच पर्यवेक्षक पद का वेतन दिया जा रहा है।कर्मचारी संगठनों के अनुसार प्रमोशन के हकदार कई सींचपालों ने अपने विभागीय अधिकारियों/ अभियंताओं को यह लिखकर दे दिया है कि उनका सींच पर्यवेक्षक पद पर पदोन्नति कर दिया जाए वे उस पद भार को ग्रहण करने के बावजूद सींचपाल का काम विभागीय आवश्यकता के अनुसार करते रहेंगे।
जिससे कोई विभागीय काम काज प्रभावित नहीं होगा। लेकिन अफ़सर यह भी मानने को तैयार नहीं हैं। पता चला है कि योगी सरकार का मखौल उड़ाने वाले सिंचाई विभाग आजमगढ़ मंडल के असंवेदनशील अधीक्षण अभियंता आनंद कुमार आनंद का हाल ही में शासन स्तर से तबादला हो गया है।
उनके स्थान पर प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य करने वाले नए अधीक्षण अभियन्ता ने कार्यभार संभाल लिया है। विभागीय नियमानुसार वर्षों से प्रमोशन की आस लगाए सैकड़ों सींचपाल कर्मचारियों को अब उम्मीद बंधी है कि नए अधीक्षण अभियंता उनकी पदोन्नति करके उनके साथ न्याय करेंगे।
कर्मचारी यूनियन का यह भी कहना है कि आजमगढ़ में 13, सुलतानपुर में 11 और जौनपुर में 6 सींचपालों की पदोन्नति पत्रावली छह वर्षों से लंबित है। अन्य जिलों में भी ऐसी स्थिति है। सींच पर्यवेक्षक पद पर प्रमोशन की मांग कर रहे सींच पालों को अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार के सिंचाई मंत्री स्वतंत्र देव सिंह से न्याय की उम्मीद है।