दिव्यांग बेटे के साथ टूटे फूटे आवास में गुजारा कर रहा असहाय बुजुर्ग दंपत्ति ,नहीं मिली सरकारी इमदाद
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LOK REPORTER
AMETHI NEWS।
एक तरफ जहां पूरे देश में आजादी के 75 वर्ष पूरा होने पर आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम बड़े पैमाने पर जोरशोर से मनाया जा रहा है वही जरूरतमंदों गरीबों व असहायों के कल्याण के लिए प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए पानी की तरह विभिन्न सरकारी योजनाओं के माध्यम से खर्च हो रहे हैं वही सरकारी मशीनरी व जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का आलम यह है कि 93 बसंत पार कर चुके बुजुर्ग दंपति अपने दिव्यांग पुत्र के साथ मुफलिसी में जीवन जीने को विवश है जिन्हे शायद अब तक एक अदद आवास के साथ ही पेंशन की दरकार अभी भी है ।
उधर शासन से दिव्यांग को आवास देने पर विशेष जोर है I फिर भी इस दिव्यांग को नजर अंदाज किया जा रहा है I
मामला केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के वीवीआईपी संसदीय क्षेत्र अमेठी का है जो कभी गांधी नेहरू परिवार की कर्मभूमि रही है।जहां का प्रतिनिधित्व पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से लेकर वर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व उनके पुत्र राहुल गांधी भी दो दशकों तक कर चुके हैं ।अमेठी के मुसाफिरखाना तहसील क्षेत्र अंतर्गत की ग्राम पंचायत टांडा का है जिसके मध्यभाग से राष्ट्रीय राजमार्ग 731 भी गुजरता है ।
टांडा के पूरे सरैया गांव में जहां 95 वर्षीय बुजुर्ग शोभाराम तिवारी अपनी 93 वर्षीय पत्नी श्यामलली व 45 वर्षीय अविवाहित दिव्यांग पुत्र रत्नेश के साथ जीर्णशीर्ण व जर्जर आशियाने में रहकर जनप्रतिनिधियों की बाट जोह रहे हैं और उस दिन का इंतजार कर रहे हैं जब कोई उनके दरवाजे पर उनकी खैरियत पूछ ले।बुजुर्ग दंपति की में माने तो उनके चार पुत्रों में से तीन अन्य राज्यो में जाकर बस गए जो कभी लौटकर उनकी तरफ देखते भी नही है ।उनके पास जीवन यापन का एक मात्र सहारा दो बीघा जमीन ही है ।
स्थानीय सांसद व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के वीवीआईपी संसदीय क्षेत्र अमेठी के विधान सभा क्षेत्र जगदीशपुर का है जिसका प्रतिनिधित्व लगातार दूसरी बार सुरेश पासी कर रहे हैं जो 2017 से 2022 तक प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री भी रहे हैं। वही ग्राम पंचायत का प्रतिनिधित्व जुलेखा बानो कर रही हैं जिनके पति अब्दुल रशीद उच्च प्राथमिक शिक्षक संघ के अमेठी जिले जिलाध्यक्ष पद पर काबिज हैं वही करीब एक दशक तक महमूद सुल्तान का कब्जा रहा जो 2015 से 2021 तक जिला पंचायत सदस्य भी रहे है ।वही सत्तारूढ़ भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष का घर व गांव भी टांडा है ।
इससे पूर्व इसी जगदीशपुर विधान सभा क्षेत्र से 09 बार विधायक रहे राम सेवक धोबी भी गांधी नेहरू परिवार के करीबियों में शुमार रहे हैं। वही ग्रामीणों के अनुसार ग्राम प्रधान का सारा विकास ग्राम पंचायत के बाबा का पुरवा में करते है ।वही दिव्यांग दंपति के रिश्तेदार भी इस संबंध में ग्राम प्रधान के पति से मिलकर मदद की गुहार लगा चुके है । ऐसे में 95 वर्षीय शोभाराम तिवारी व 93 वर्षीय श्यामलली के परिवार पर अब तक किसी भी जनप्रतिनिधि राजनेता व अफसर की निगाहें इनायत नही होना अपने आप में सबकी कार्यशैली पर बड़ा सवाल बन कर सामने आया है।
इस असहाय परिवार को स्थानीय सांसद स्मृति इरानी से काफी उम्मीद है कि उन्हें रहने का आवास और पेंशन योजना लाभ मिलेगा I फिर भी इससे ये साबित अवश्य हो रहा है कि ग्राम पंचायत स्तर के स्थानीय जनप्रतिनिधियों के चलते सरकारी इमदाद नहीं पहुंच पाती है I अधिकारियों से इस संबंध में बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन किसी का उठा नहीं या फिर स्विच आफ़ गया I