नहीं रहे पूर्व प्रमुख रंजीत सिंह,मंत्री ने बताया अपूर्णीय क्षति
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अमेठी।
जिले के तिलोई विधानसभा अंतर्गत सिंहपुर विकास क्षेत्र के राजनीति के पितामह और पूर्व ब्लाक प्रमुख रंजीत सिंह का आज सुबह मुंबई स्थित टाटा अस्पताल में निधन हो गया।श्री सिंह ने 80 वर्ष की उम्र में शनिवार की सुबह अंतिम सांस ली।
पूर्व ब्लाक प्रमुख के निधन की सूचना दोपहर में सोशल मीडिया पर फैलते ही स्व श्री सिंह को को सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि देने वालों की बाढ़ आ गई।रंजीत सिंह की मौत की सूचना पर पूरे क्षेत्र में मातम छा गया। जो जैसे था उनके पैतृक निवास पड़रावा की तरफ दौड़ा।
जानकारी के मुताबिक पूर्व प्रमुख लिवर कैंसर से पीड़ित थे लगभग 20 दिन पूर्व पेशाब में दिक्कत के चलते मेदांता अस्पताल लखनऊ में भर्ती कराया गया था।जहां जांच के दौरान लिवर में कैंसर बीमारी से ग्रसित होने के बारे में पता चला।चार दिन पूर्व उन्हें टाटा अस्पताल मुंबई ले जाया गया जहां शनिवार सुबह उनका निधन हो गया।
श्री सिंह के निधन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए क्षेत्रीय विधायक एवं राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने कहा कि रंजीत सिंह के निधन से क्षेत्र को अपूर्णीय क्षति हुई है स्व रंजीत सिंह बहुत ही दिलेर और मंझे हुए राजनेता थे उनका जीवन क्षेत्र के विकास और समाज सेवा को समर्पित था।
पूर्व विधान परिषद सदस्य राजा राकेश प्रताप सिंह शिवगढ़ ने अपनी श्री सिंह के निधन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लगभग साठ साल के राजनीतिक जीवन में रंजीत सिंह ने बहुत चढ़ाव उतार देखे हैं।कांग्रेस पार्टी से राजनीतिक शुरुआत करने वाले रंजीत सिंह राजीव गांधी,कैप्टन जैसे बड़े नेताओं के करीबी रहे हैं।और भाजपा में आने के बाद स्मृति इरानी के भी करीबी रहे हैं इनके समकक्ष क्षेत्र में अब कोई राजनीतिक पुरोधा नहीं है।
सिंहपुर के ब्लाक प्रमुख अंकित पासी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम लोगों ने अपना संरक्षक खो दिया है स्व दादा रंजीत सिंह के निधन से सिंहपुर ब्लाक क्षेत्र को अपूर्णीय क्षति हुई है।
तिलोई के पूर्व प्रमुख कृष्ण कुमार सिंह उर्फ मुन्ना सिंह ने स्व रंजीत सिंह के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि चाचा रंजीत सिंह तिलोई विधान सभा क्षेत्र की राजनीति की धुरी थे और हम लोगों के मार्ग दर्शक थे क्षेत्र ने एक अनुभवी राजनेता खो दिया है जिसकी पूर्ति होने में बहुत समय लगेगा।
शव पहुंचते ही मचा कोहराम
शाम लगभग पांच बजे शव के पैतृक आवास पहुंचते ही कोहराम मच गया परिजनों के अलावा क्षेत्र और गांव के लोग दहाड़े मारकर रोने लगे।जो जैसे था पड़रावा की तरफ भागा उनके पार्थिव शरीर के दर्शनों के लिए भारी भीड़ उमड़ी। सूचना पर पहुंचे लोगों में दर्जनों प्रधान क्षेत्र पंचायत सदस्य शामिल हैं।
रंजीत सिंह का राजनीतिक सफर
स्व रंजीत सिंह का राजनीतिक सफर बहुत ही उतार चढ़ाव वाला रहा।श्री सिंह शुरुवात में कांग्रेस की राजनीति करते थे लेकिन तिलोई राजपरिवार के हमेशा शुभचिंतक रहे।लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस के साथ होते थे तो विधान सभा के चुनाव में तिलोई रियासत के साथ इसको लेकर कांग्रेस पार्टी में उनके प्रति लोग फब्तियां भी कसते थे लेकिन उन्होंने कभी समझौता नहीं किया I
रंजीत सिंह का एक राजनीतिक नाम “ककौवा” भी था इसके अलावा लोग “आई राइट” के नाम से जानते थे।राजनीतिक सफर की बात करें तो एक बार जिला पंचायत सदस्य रहे।1995 में अपनी भैहौ गीता सिंह को ब्लाक प्रमुख बनाया था I
इसके पूर्व एक बार पूरे ब्लाक के धुरंधर तिलोई के राजा बहादुर मोहन सिंह समेत एक फ्रंट पर ब्लाक प्रमुख लड़ा रहे थे दूसरी तरफ अकेले रंजीत सिंह ने मोर्चा लिया और मात्र दो मतों से चौधरी अख्तर हुसैन से चुनाव हारे थे।
वर्ष 2016 में भाजपा से रंजीत सिंह ब्लाक प्रमुख चुने गए जो कार्यकाल सराहनीय रहा।श्री सिंह मूलतः सिंहपुर क्षेत्र के भानीपुर गांव के पूरे अमेठियन गांव के निवासी थे पडरावा गांव में अपनी ससुराल में निवासे पर आए और पूरे विकास क्षेत्र को अपना कार्य क्षेत्र बनाया था।