80 महिलायें एचआरपी की श्रेणी में की गयी चिन्हित
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अमेठी I
जनपद में सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का आयोजन किया गया। जिसमें कुल 1050 गर्भवती की जांच की गयी। इनमें 80 गर्भवती उच्च जोखिम वाली पायी गयीं ।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विमलेन्दु शेखर द्वारा मुख्यालय स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय जाकर कार्यक्रम का अवलोकन किया। उन्होने बताया कि जनपद में चिन्हित एचआरपी महिलाओं को शुगर, बीपी रक्ताल्पता जैसी बीमारी के प्रति सजग किया गया।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस के अन्तर्गत दूसरी व तीसरी तिमाही की सभी गर्भवती की कम से कम एक जाँच वरिष्ठ चिकित्सक या प्रसूति एवं स्त्री विशेषज्ञ के द्वारा जांच कराया गया।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक बंसन्त राय ने बताया कि ग्रामीण परिवेश में सभी गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व देखभाल के लिए सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रत्येक माह की नौ तारीख को 10 बजे से 3 बजे के मध्य सेवाएं दी गयी।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भवती महिला को शरीर में खून की कमी, रक्त समूह, वजन, यूरिन, मधुमेह, एच.आई.वी., की जाँच की जाती है, ताकि प्रसव में होने वाले जोखिम की पहचान हो सके और समय रहते माँ व बच्चे दोनों को सुरक्षित किया जा सके ।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जगदीशपुर में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत हाई रिस्क प्रेगनेंसी (एचआरपी) दिवस का आयोजन किया गया।
सीएचसी अधीक्षक डा0 प्रदीप तिवारी ने बताया कि प्रत्येक माह की 9 व 24 तारीख को (एफआरयू) पर उक्त दिवस का आयोजन किया जाता है। जिसमे रक्त अल्पता वाली गर्भवती महिलाओं की पहचान,उचित इलाज एवं परामर्श दिया जाता है। उक्त कार्यक्रम में 90 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई जिसमे 10 महिलाएं एनिमिक पाई गई तथा 2 गर्भवती की एएनसी प्रोफाइल की जांच की गई।