ATEEQ STORY….माफिया ब्रदर्स के अंत के बाद काले साम्राज्य पर वर्चस्व ज़माने की मची होड़
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लखनऊ। माफिया अतीक ब्रदर्स की मौत के बाद उसके हजारों करोड़ के काले साम्राज्य पर कब्जे करने की होड़ मच गई है। अतीक ने माफियागिरी के बल पर अपने काले साम्राज्य को खड़ा किया था अब उसे ही हड़पने और उस पर कब्जा करने के लिए खींचतान शुरू हो गई है।
सूत्रों के मुताबिक अतीक के गुर्गे और उसके बिजनेस पार्टनर उसकी काली संपत्ति पर कब्जा करने की कोशिश में जुटे हैं। बीते तीन दशक में अतीक ने प्रयागराज से लेकर लखनऊ और दूसरी जगहों पर हजारों करोड़ की बेनामी संपति बनाई थी।अतीक ने अपने खौफ से जमीनों पर अवैध कब्जा करके एक बड़ा साम्राज्य खड़ा किया था।
अतीक के जेल में बंद होने पर शाइस्ता ने संभाली काले साम्राज्य की विरासत
अतीक के जेल जाने के बाद उसके काले कारोबार का पूरा हिसाब-किताब उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन रखती थी। सूत्रों के मुताबिक शाइस्ता अतीक के धंधों को समेटने और फरारी में काली कमाई को बचाने में जुटी है ताकि अतीक की काली कमाई पर कोई कब्ज़ा न कर ले,लेकिन अतीक के गुर्गे और उसके बिजनेस पार्टनर काले कारोबार पर कब्जे की कोशिश में जुटे हैं।
गौरतलब हो कि शनिवार रात मेडिकल के लिए ले जाते समय प्रयागराज के काॅल्विन अस्पताल परिसर में तीन हमलावरों ने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी।जिस अतीक और अशरफ की हत्या हुई दोनों पुलिस कस्टडी में थे।
गुलाबी और सफेद पर्ची काट कर अतीक लेता था चुनाव में टैक्स-गुंडा टैक्स
माफिया अतीक अहमद के बारे में बड़ा खुलासा हुआ है।अतीक लेता था चुनाव टैक्स और गुंडा टैक्स और ये पैसे वो नगद नहीं एकाउंट में जमा कराया करता था। टैक्स लेने के लिए अलग-अलग रंग की पर्ची बनाई गई थी।अतीक बड़े बिल्डर और व्यवसाय से जुड़े बड़े कारोबारियों से चुनाव लड़ने के लिए चुनाव टैक्स लेता था I
खुद अतीक चुनाव लड़ता था तो उसके चुनाव लड़ने पर जारी होती थी गुंडा टैक्स वाली वसूली पर्ची। माफिया अतीक अहमद की तरफ से दो तरह की पर्ची जारी की जाती थी। बड़े व्यवसाय से जुड़े़ बड़े कारोबारियों और छोटे कारोबारियों को सफेद पर्ची दी जाती थी। 3 लाख से लेकर 5 लाख तक था गुलाबी पर्ची का रेट तो वहीं सफेद पर्ची का था 5 लाख से ऊपर का रेट।
इन पर्चियों से लिए गए पैसे नगद नहीं लिए जाते थे बल्कि अकाउंट में जमा कराए जाते थे। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के अकाउंट नंबर 60164021028 में जमा होते थे चुनाव टैक्स के पैसे। स्वराज सवेरा के पास पैसे जमा कराने वाली बैंक रसीद की exclusive पर्ची हाथ लगी है। इस बैंक में माफिया अतीक अहमद के नाम बैंक अकाउंट है।