आपरेशन कायाकल्प ने बदली स्कूलों की तस्वीर,समाज में व्यवहार परिवर्तन शिक्षकों के हाथ
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अमेठी। भादर ब्लाक संसाधन केन्द्र पर शनिवार ग्राम प्रधान,स्थानीय प्राधिकारी निकाय के सदस्यों तथा परिषदीय विद्यालयों की ब्लॉक स्तरीय संगोष्ठी और उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। ब्लाक प्रमुख प्रवीण कुमार सिंह और बी डी ओ साबिर अनवर ने क्रमशः मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि के रुप में कार्यशाला का उद्घाटन किया। कार्यक्रम मे डी बी टी,आपरेशन कायाकल्प और निपुण भारत मिशन पर विस्तार से संवाद हुआ।
कार्यशाला लगभग तीन घंटे तक चली।कार्यशाला मे समुदाय का सहयोग लेते हुए अगले वर्ष जुलाई तक विकास खंड भादर को निपुण विकास खंड बनाने पर जोर दिया गया।
ब्लाक प्रमुख प्रवीण कुमार सिंह ने कहा कि सभ्यता के विकास के साथ ही गुरु का स्थान समाज में सर्वोच्च रहा है।शिक्षक राष्ट्र के लिए भविष्य का निर्माण करते है।सरकार प्राइवेट स्कूलों और सरकारी स्कूलों के बीच शिक्षक गुणवत्ता के अंतर को पाटना चाहती है।
सूबे की योगी सरकार ने इसीलिए निपुण भारत मिशन को एडाप्ट किया है।सरकार की मंशा के अनुरूप काम करते हुए समाज का विश्वास जीतना और सरकारी स्कूलों के मामले मे समाज के नजरिये को बदलना शिक्षकों की सबसे बडी जिम्मेदारी है।
बी ई ओ शिवकुमार यादव ने कार्यशाला और संगोष्ठी के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में कान्वेंट स्कूलों की तरह ही प्री प्राइमरी और प्राइमरी कक्षाओं के आयोजन की कार्ययोजना तैयार की गयी है।
निपुण लक्ष्य सभी स्कूलों मे चस्पा किए गए है।निपुण भारत मिशन को जनान्दोलन बनाने के मकसद से ब्लाक स्तरीय कार्यशालाएं और उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। डी बी टी की धनराशि 11500से अधिक बच्चों के अभिभावकों के बैंक खातों में भेजी गई है।इस धनराशि से हर अभिभावक अपने बच्चों के ड्रेस, जूते,मोजे,बैग और स्टेशनरी खरीदे,यह सुनिश्चित करना ग्राम प्रधानों,प्रधानाध्यापकों और एस एम सी के सदस्यों की जिम्मेदारी है। आपरेशन कायाकल्प ने स्कूलों की ढांचागत सुविधाओं की तस्वीर बदल दी है।
स्कूल अब अच्छे लगने लगे है,बेहतर शैक्षिक वातावरण कायम हो रहा है।बी डी ओ साबिर अनवर ने कहा कि आपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत विकास खंड 87फीसदी संतृप्त हुआ है,जल्दी ही इसे सौ प्रतिशत कर दिया जाएगा। प्रधान रामचंद्र सिंह ने कहा कि शिक्षक ईमानदारी से बच्चों को पढाने का दायित्व निभाएं,अभिभावकों का स्कूल और शिक्षकों के प्रति व्यवहार परिवर्तन शिक्षकों के हाथ में है।डी बी टी की धनराशि को बच्चों के ड्रेस पर न खर्च करके दूसरे खर्च निपटाने वाले अभिभावकों पर जन दबाव बनाएं,जरूरत हो तो प्र अ कानूनी कार्रवाई भी कराएं।
मंगरा के प्रधान इमरान खान ने कहा कि शिक्षकों की कमी अभी भी पूरी नहीं हुई है,जो शिक्षक तैनात हैं,उनसे तमाम अन्य काम लिए जा रहे है। उन्होंने राज्य सरकार से आवश्यकता और मांग के अनुरूप शिक्षकों की तैनाती करने की मांग की और कहा कि शिक्षकों से पढ़ाई के अतिरिक्त अन्य कार्य नही लिए जाने चाहिए।
ए आर पी मंजीत यादव, रामकुमार सिंह, त्रिवेणी यादव और राजकुमार पटेल ने निपुण भारत मिशन मे शिक्षकों और जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी का उल्लेख करते हुए विविध पहलुओं के बारे मे विस्तार से जानकारी दी।
कार्यशाला का संचालन संकुल शिक्षक उमेश त्रिपाठी ने किया।भोजन और जलपान की व्यवस्था लेखाकार अंकित सिंह और संकुल शिक्षक देवांशु सिंह ने कराई।कम्पोजिट विद्यालय भादर प्रथम के बच्चों ने सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। बी डी ओ और प्रधानों ने तीन हजार रूपए की पारितोषिक धनराशि देकर बच्चों का मनोबल बढाया।तकनीकी सहयोग जामवंत मौर्य, सतीश शर्मा और अनुराग शुक्ला ने किया।
स्थानीय कम्पोजिट के इं प्र अ संजीव कुमार, प्रधान संघ भादर के अध्यक्ष इन्द्र बहादुर सिंह, ग्राम प्रधान अनिल वर्मा, ऊदल यादव, श्री कांत मिश्रा, विनोद कनौजिया, धनंजय यादव, जीतेन्द्र कुमार पाल,अखिलेश मौर्य, मोतीलाल ,विजय शंकर विश्व कर्मा,उमेश मिश्र, राकेश यादव, कमलेश कुमारी, विद्यालय प्रबंध समिति की अध्यक्ष जयदेवी गुप्ता, प्र अ ओमप्रकाश राव,ममता सिंह, रामबरन,रीता यादव, राजाराम यादव, ब्रह्मा सुधा तिवारी ,सुशील कुमार यादव, कुसुम मिश्र, अखिलेश कुमार सिंह, अनिल,सलिल मिश्र, बृजेश कुमार, विनोद गौतम, सुनीता वर्मा, आशुतोष पाण्डेय, ललित नारायण त्रिपाठी ,भीमलता,लालती देवी,सुनील कुमार पाल, विनय कुमार आदि मौजूद रहे।