नीशू तोमर के खिलाफ सशर्त गैर जमानतीय वारंट, कोर्ट ने दिए आदेश
1 min readसुलतानपुर। 77 दिनों से लापता रेप के आरोपी इंस्पेक्टर नीशू तोमर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी,सीजेएम रचना की अदालत ने नीशू की सरेंडर अर्जी आज ही निस्तारित की और आज ही प्रकरण की विवेचना कर रहे सीओ सिटी राघवेंद्र चतुर्वेदी के जरिए दी गई अर्जी पर सशर्त गैर जमानतीय वारंट दिया I
सीजेएम रचना की अदालत ने काफी दिनों से लम्बित नीशू तोमर की आत्मसमर्पण अर्जी आज निस्तारित की I
पुलिस कस्टडी में जाने के बाद अचानक लापता होने के चलते स्वेटर नीतू तोमर के जरिए कोर्ट में ना हाजिर पाने की वजह मानी जाती है I काफी दिनों से लंबित होने की वजह से सीजेएम ने सरेंडर अर्जी निस्तारित किया I
मामले के विवेचक राघवेंद्र चतुर्वेदी ने नीशू तोमर की कोई सरेंडर अर्जी या अन्य कोई अर्जी किसी भी न्यायालय में विचाराधीन ना होने संबंधी एफिडेविट देते हुए अर्जी दी है I जिसे आधार बनाते हुए सीजेएम ने नीशू तोमर के खिलाफ गैर जमानतीय वारंट जारी करने का आदेश दिया है I जबकि बीते 22 सितम्बर को महिला थाना पुलिस की अभिरक्षा में जाने के बाद से नीशू तोमर का कोई पता न लगने के सम्बंध में उनकी पत्नी कुसुम की तरफ से हाईकोर्ट में दाखिल हैबियस कार्पस याचिका लम्बित है, जिसकी पुलिस को बकायदा जानकारी है I आज भी इस मामले में दोनों जगह सुनवाई थी I
पुलिस पक्ष हाईकोर्ट में लम्बित इस याचिका में लगातार पैरवी कर रहा है I सीओ राघवेंद्र चतुर्वेदी स्वयं इस मामले में हाईकोर्ट में पेश होकर व्यक्तिगत हलफनामा दाखिल कर चुके है I डीजीपी तक से भी हो चुका है जवाब-तलब,तब भी आखिर किस आधार पर आज सीओ ने नीशू की तरफ से कोई प्रार्थना पत्र कहीं पर लम्बित न होने सम्बन्धी शपथ पत्र दाखिल कर दी थी एनबीडब्ल्यू की मांग सम्बन्धी अर्जी पर सवाल उठ रहा है I
फिलहाल सीजेएम कोर्ट ने नीशू से सम्बंधित कोई प्रक्रिया किसी न्यायालय में लम्बित होने या किसी न्यायालय से स्थगन होने की दशा में जारी एनबीडब्ल्यू बिना तामील तत्काल वापस कराने का भी आदेश दिया है I जिला न्यायालय से लेकर हाईकोर्ट तक सारा प्रकरण संज्ञान में होने के बाद भी इस तरीके की एफिडेविट सीओ के जरिये कोर्ट में देने पर सवाल उठ रहा है,यह मामला भी हाईकोर्ट पहुँच सकता है.I मामले में सामने आई परिस्थितियों के अनुसार वैसे भी हाईकोर्ट मान रही कि पुलिस की ही कस्टडी में नीशू तोमर है I पुलिस अभिरक्षा में जाने के बाद ही नीशू के अपहरण व साजिश से जुड़े आरोप पर संज्ञान लेते हुए सीजेएम रचना ने ही तत्कालीन महिला थाना प्रभारी मीरा कुशवाहा व रेप का केस दर्ज कराने वाली सिपाही समेत अन्य पर मुकदमा दर्ज कर जांच का आदेश दिया है I जिसके अनुपालन में एफआईआर दर्ज होकर मामले की तफ्तीश चल रही है I सीओ ने नीशू के बागपत स्थित पते पर बीसो बार दबिश का हवाला देते हुए अपनी मांग सम्बन्धी अर्जी पेश की थी I नीशू पक्ष को फिर एक मुद्दा मिला है I नीशू के पैरोकार ने एनबीडब्ल्यू आदेश को विधि विरुद्ध बताते हुए बड़ी अदालत में चुनौती देने की बात कही I नीशू की पत्नी के मुताबिक खुद ही अपनी कस्टडी में उनके पति को ले जाने के बाद खेल कर पुलिस मात्र अपने बचाव के लिए तरह-तरह के कागजी खेल अब कर रही है I फिलहाल कुसुम लगातार कह रही कि उनके पति को पुलिस कैसे भी सामने लाये,यही बात उनके लिए महत्वपूर्ण है, I लेकिन पुलिस विधि विरुद्ध तरीके से कोई कार्यवाही करेगी तो वह हर सम्भव लड़ाई लड़ेगी I
मामले के विवेचक सीओ राघवेंद्र चतुर्वेदी ने बीते 22 सितम्बर से नीशू के लापता होने के बाद भी उसके घर के पते पर 26 सितंबर से लेकर 28 नवम्बर तक करीब 20 बार पुलिस के जरिये दबिश देने व इसके बाद भी उसके ना मिलने व ना कोर्ट में सरेंडर करने की बात दर्शाकर दी थी I एनबीडब्ल्यू जारी करने संबंधी अर्जी सीजेएम रचना ने विवेचक की अर्जी व शपथपत्र एवं कार्यालय की रिपोर्ट के आधार पर मांग को स्वीकार करते हुए रेप के आरोपी नीशू तोमर के खिलाफ गैर जमानतीय वारंट जारी करने का आदेश दिया है I
वहीं नीशू तोमर के अधिवक्ता बृजेश पांडेय ने कहा कि उन्होंने सारे प्रकरण की सीजेएम कोर्ट को दी जानकारी थी I फिर भी पुलिस के गुमराह करने पर सरसरी तौर पर अर्जी निस्तारित कर उनके मुवक्किल नीशू के विरुद्ध कोर्ट के जरिये एनबीडब्ल्यू आदेश जारी किया गया है I उन्होंने कहा अभी पुलिस साबित ही नहीं कर सकी कि नीशू उनकी कस्टडी में या बाहर,तो आखिर कैसे उसे दबिश के बाद भी न मिलने की बात के आधार पर एनबीडब्ल्यू आदेश जारी हो रहा है I इस आदेश को हाईकोर्ट मे चुनौती देंगे I वहीं रेप पीड़िता सिपाही की तरफ से पैरवी कर रहे अधिवक्ता संतोष पांडेय ने एनबीडब्ल्यू के आदेश को जायज बताया,अब गिरफ्तारी वारन्ट जारी होने के बाद भी नीशू को पुलिस सामने ला पाएगी या फिर मात्र कागजी घोड़ा दौड़ाती रहेगी I भविष्य में सामने आना शेष है,पुलिस के लिए सिरदर्द नीशू तोमर का मामला बना है I
रिपोर्ट-अंकुश यादव