आज भी वंचित हैं प्रधानमंत्री आवास योजना पात्र लाभार्थी
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अमेठी I
सरकार बड़े गर्व से यह दावा कर रही है कि राज्य में गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सभी गरीबों के लिए पक्का मकान मुहैया कराया जा रहा है। जिला मुख्यालय से लगभग 60 किलोमीटर दूरी स्थित अंतिम छोर पर बसा विकास खंड बाजार शुकुल में गरीब परिवारों की स्थिति देखकर सरकार के सभी दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं I
विकासखंड शुकुल बाजार के समीप धनेशा पाठक कई परिवार आज भी प्रधानमंत्री आवास से वंचित है अपने टूटे फूटे घर में रह रहे दो परिवार के एक दिव्यांग सहित कुल 7 लोगों की स्थिति को देख कर यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार के दावे में कितनी सच्चाई है। यही नहीं बल्कि ग्राम पंचायत में अभी भी कई परिवार ऐसे हैं जो झुग्गी झोपड़ियों में रहकर अपना गुजर-बसर कर रहे हैं I यह बराबर प्रधान जी की कुंठित राजनीति के शिकार हो रहे हैं I ग्राम पंचायत स्थित कल्लू अपनी पत्नी व दो बेटियों के साथ गरीबी में जहां गुजर-बसर कर रहा है वहीं दूसरी तरफ इसी गांव के निवासी सियाराम पासी अपनी पत्नी बच्चों के साथ एक दिव्यांग बहन को लेकर कई वर्षों से किसी तरह मजदूरी करके अपना घर चला रहा है I ऐसे परिवार आज भी सरकार की मदद की उम्मीद लगाकर बैठे हैं I परंतु आज तक इन परिवार को मदद ना मिलने से किसी तरह अपना सिर छिपाने को विवश है। यही नहीं कुछ परिवार की माली हालत को देखते हुए अपने परिवार के साथ रोजी-रोटी की तलाश में दूसरे प्रदेश पलायन कर गए हैं। इसी गांव के निवासी मिश्रीलाल जहां पैरों से चलने फिरने में असमर्थ है और कुछ दिन पूर्व अपने बड़े बेटे को दुर्घटना में खो चुके हैं इनका परिवार खाने-पीने के लिए परिवार के सदस्य दर-दर भटकने को मजबूर है I मिश्रीलाल ने अपनी लाचारी बताते हुए कहा कि घर में शादी के लायक बच्चे हो गए है उनकी शादी कैसे होगी, घर पूरी तरह जर्जर हो चुका है। समय पर घर नहीं बना तो पूरे परिवार के समक्ष और भी विकट समस्या उत्पन्न होगी। सरकार की ओर न ही अब तक घर मिल सका है नहीं शौचालय। गांव में सभी को सरकारी सुविधा मिल रही है पर हम गरीब परिवार को पूछने वाला भी नहीं है इधर बीडीओ का कहना है कि गांव की वास्तविक स्थिति का जायजा लेकर उसे सरकारी लाभ मुहैया कराया जाएगा।