अराजक तत्वों का अड्डा बनकर रह गया पुराना पीएचसी भवन
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अमेठी I
अहोरवा भवानी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य के निष्प्रयोज्य भवन इस समय अराजक तत्वों का अड्डा बन गया है।खिड़कियां और दरवाजे आए दिन उखाड़े जा रहे हैं लाखों की कीमत का यह भवन 12 वर्षों से खाली है।वर्तमान में एक स्वास्थ्य विभाग का चतुर्थ श्रेणी कर्मी इसमें परिवार सहित रहता भी है बावजूद इसके खिड़की और दरवाजे लगातार चोरी हो रहे हैं यही नहीं अब तो उखड़ी हुई भवन की ईंटे भी चोर उठा रहे हैं।
कभी क्षेत्र की हजारों की आबादी के स्वास्थ्य की रक्षा का एक मात्र स्थान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का यही भवन था।समय के साथ लगभग 20 वर्ष पूर्व स्वास्थ्य महकमे में बदलाव हुआ तो चार नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फूला, फत्तेपुर, इन्हौना और सातन पुरवा में बन गए और सिंहपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा मिल गया शुरुवाती दौर में जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भवन नहीं था तो सी एच सी अहोरवा भवानी स्थित इसी सरकारी भवन से संचालित होती थी।वर्ष 2011 में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का संचालन नव निर्मित भवन सिंहपुर चला गया तभी से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के दुर्दिन आ गए।
अहोरवा भवानी, पन्हौना गांव के लोगों ने प्रयास भी किया कि इस भवन में स्वास्थ्य विभाग की कोई अन्य सेवा या एएनएम सेंटर ही खोल दिया जाय जिससे यह लाखों की कीमत का भवन सुरक्षित रहे लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते कुछ भी नहीं हो सका।कुछ दिन इस अस्पताल भवन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात एक चिकित्सक आवास बनाकर रहते थे लेकिन कुछ अराजक तत्वों में एक रात उनके ऊपर हमला कर दिया मामले की रिपोर्ट उन्होंने थाने में दर्ज कराई लेकिन कोई गंभीर कार्यवाही न होने से वह दहशत में आ गए और आवास छोड़कर चले गए।चिकित्सक के पहले से यहां पर एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रहता है और वह आज भी जमा है।परंतु ताज्जुब इस बात का है कि एक व्यक्ति परिवार सहित इस निष्प्रयोज्य भवन में रहता है इसके बाद भी लगातार भवन के दरवाजे और खिड़कियां उखाड़कर चोरी हो रही हैं।
अहोरवा भवानी स्थित इस पुराने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निष्प्रयोज्य भवन पर गौर करें तो दो दर्जन से अधिक लोहे की खिड़कियां और दर्जन भर दरवाजे जिनकी कीमत हजारों में थी उखाड़े जा चुके हैं और कोई पूछने वाला भी नहीं है।इस समय जो ईंटे खिड़कियां निकालने में निकलीं हैं उनकी चोरी जारी है।बताते चलें कि इसी अस्पताल के भवन से जुड़ा हुआ सिंहपुर राजकीय बीज गोदाम है जहां कृषि विभाग के कर्मियों के अलावा किसानो का आवागमन छुट्टियों को छोड़कर बना रहता है लेकिन उनके जाते ही यहां अराजक एवं असामाजिक तत्वों का आना जाना शुरू हो जाता है जो रात तक जारी रहता है यहां आने वाले कोई भले आदमी होते नहीं इसलिए कोई आना मुनासिब नहीं समझता फलस्वरूप मनमाना अराजक तत्व अपने मंसूबों को अंजाम देते है।दो बार में एक लाख से अधिक की चोरी राजकीय बीज गोदाम पर हो चुकी है मुकदमा भी कृषि विभाग की तरफ से लिखाया गया लेकिन उसका भी खुलासा नहीं हो सका।