फोटो का गया ज़माना, वीडियो कालिंग कर पत्नियां तोड़ती हैं व्रत
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नीरज सिंह —
करवा चौथ विशेष
आधुनिकता के युग में हमारे त्यौहार और परंपराओं में में भी बदलाव आ गया है I हिन्दू भाइयों की होली, दीपावली हो या फिर मुस्लिमों के ईद का त्यौहार हो, अब एक दूसरे से मिलकर बधाई देना अब न के बराबर होता है I सोशल नेटवर्किंग का ज़माना है एक दूसरे फेसबुक ,ट्विटर इंस्टाग्राम व्हाट्सएप जैसे नेटवर्क पर दे देते हैं I इसी करवा चौथ जैसे त्योहार भी इससे अछूता नहीं है I पहले पति के परदेश में होने के कारण उन्हें अपने मन ही मन में याद कर अर्घ देकर अपना व्रत तोड़ती थी I धीरे धीरे समय बदला आया फोटो का ज़माना, पत्नियां फोटो को पूजा स्थल पर सामने रख कर अपना व्रत तोड़ दिया करती थी I अब डिजिटल ज़माना आया तो और भी बदलाव आ गया है I अब परदेश में या फिर सरहदों पर बैठे हुए पतियों की फोटो से नहीं ,वीडियो कालिंग कर पत्नियां करवा चौथ का व्रत तोड़ती हैं I
सुहागिन महिलाएं क्यों रखती हैं करवा चौथ
करवा चौथ हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। यह कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। यह पर्व सौभाग्यवती (सुहागिन) स्त्रियाँ मनाती हैं। यह व्रत सुबह सूर्योदय से पहले करीब 4 बजे के बाद शुरू होकर रात में चंद्रमा दर्शन के बाद संपूर्ण होता है।ग्रामीण स्त्रियों से लेकर आधुनिक महिलाओं तक सभी नारियाँ करवाचौथ का व्रत बडी़ श्रद्धा एवं उत्साह के साथ रखती हैं। शास्त्रों के अनुसार यह व्रत कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की चन्द्रोदय व्यापिनी चतुर्थी के दिन करना चाहिए। पति की दीर्घायु एवं अखण्ड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए इस दिन भालचन्द्र गणेश जी की अर्चना की जाती है। करवाचौथ में भी संकष्टीगणेश चतुर्थी की तरह दिन भर उपवास रखकर रात में चन्द्रमा को अर्घ्य देने के उपरांत ही भोजन करने का विधान है। वर्तमान समय में करवाचौथ व्रतोत्सव ज्यादातर महिलाएं अपने परिवार में प्रचलित परंपरा के अनुसार ही मनाती हैं लेकिन अधिकतर स्त्रियां निराहार रहकर चन्द्रोदय की प्रतीक्षा करती हैं।
परदेशी पति की पत्नियां कैसे मनाती हैं पर्व
यूपी के चिलौली गांव निवासिनी विजय लक्ष्मी ने बताया कि उनके पति सुनील कुमार सी आर पी एफ में झारखण्ड में तैनात है।करवा चौथ के दिन मोबाइल पर वीडियो कालिंग करके व्रत तोड़ती हूँ।जब मोबाइल नही था तब फोटो सामने रखकर व्रत तोड़ती थी।प्रतिदिन दो बार मोबाइल पर बात करने के बाद ही राहत की सांस लेती हूं।मेरे पति देश की रक्षा में हैं इस बात पर मैं अपने आपको गौरवान्वित महसूस करती हूं I यूपी के सेमरौता गाँव निवासी सुषमा तिवारी ने बताया कि मेरे पति इस समय असम में तैनात हैं और हर बार की तरफ इस बार भी वीडियो कॉलिंग से ही व्रत तोड़ूंगी। माँ भारती के आंचल मेरे पति हमेशा सुरक्षित रहेंगे ऐसी मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं।माँ भारती की सीमाओं की रक्षा करना उनका परम् धर्म है तो मेरा धर्म अपने पति के लिए दीर्घायु के लिए पूजा अनुष्ठान करना होता है।करवा चौथ उसी में से एक है।
करवा चौथ पर 13 साल बाद ग्रहों का एक अद्भुत संयोग
ज्योतिषियों की मानें तो इस बार करवा चौथ पर ग्रहों की विशेष स्थिति बन रही है. करवा चौथ पर 13 साल बाद एक अद्भुत संयोग भी बन रहा है I इस समय गुरु देव बृहस्पति, बुध और शनि स्वगृही यानी अपनी-अपनी राशि में विराजमान हैं, जिससे सुख और सौभाग्य पाने में सरलता होगी I सूर्य और बुध भी एक साथ होंगे और उन पर गुरु का प्रभाव भी होगा I इससे पति-पत्नी का आपसी संबंध और विश्वास मजबूत होगा I शुक्र-बृहस्पति का संबंध भी इस पर्व पर बना रहेगा, जिससे की गई प्रार्थना शीघ्र स्वीकार होगी I 13 वर्ष के बाद मीन राशि का बृहस्पति इस पर्व को ज्यादा सुखद बनाएगा. इससे वैवाहिक जीवन की तमाम अड़चनें भी दूर हो जाएंगी I
करवा चौथ का व्रत का मुहूर्त
इसी वजह से इस बार करवा चौथ का व्रत 13 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा I हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 13 अक्टूबर यानी गुरूवार को सुबह 1:59 बजे से शुरू होकर अगले दिन 14 अक्टूबर यानी शुक्रवार को सुबह 3:08 बजे तक रहेगी I ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक 13 अक्टूबर को पूजा का अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:21 बजे से 12:07 बजे तक और अमृत काल मुहूर्त शाम 4:08 बजे से शाम 5:50 बजे तक रहेगा I वहीं पूजा के लिए शाम 06:01 से शाम 7:15 बजे के बीच के समय को भी शुभ बताया जा रहा है I नक्षत्रों के अनुसार 13 अक्टूबर को करवा चौथ के दिन रात 08:19 बजे चंद्रोदय होगा I इन सब बातों को देखते हुए 13 अक्टूबर को ही करवा चौथ का व्रत रखना शुभ होगा I