विकास कार्यो में मानकों की अनदेखी कर हो रहा निर्माण कार्य
1 min readअमेठी I विकास खंड बाजार शुकुल में भ्रष्टाचार की बात करें तो कई ग्राम पंचायतों ने तो मानकों को ताक पर रखकर निर्माण कार्य धड़ल्ले से जारी कर रखा है मनरेगा के अंतर्गत बनाए जाने वाले आदर्श तालाब या फिर ग्राम पंचायतों में लगने वाली इंटरलॉकिंग पूर्णतया सभी कार्यों में भ्रष्टाचार की संलिप्तता देखी जा सकती हो नहर की बालू घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग कर प्रधान मालामाल हो रहे हैं वहीं इनके जिम्मेदार काम को कमीशन के चक्कर में झांकने तक नहीं आते हैं विकास खंड बाजार शुकुल की स्थिति यह है कि मनरेगा के अंतर्गत कराए गए पक्के कार्यों की तकनीकी स्वीकृति व फाइनल भुगतान की पुस्तिका को विकासखंड में तैनात जेई तकनीकी द्वारा किया जाना चाहिए परंतु शुकुल बाजार विकासखंड में यह देखने को नहीं मिलता है यहां पर तैनात किए गए पंचायतों में टीए द्वारा ही सभी कार्यों के भुगतान पंजिका वा कार्यों का अवलोकन कर बिल बुक तैयार की जाती है
विकास खंड बाजार शुकुल की ग्राम पंचायत मवैया रहमत गढ़ में भ्रष्टाचार की कितनी भी शिकायत की जाए परंतु यहां पर ग्राम पंचायत का काम देख रहे प्रतिनिधि का बाल भी बांका कोई नहीं कर सकता है यह महोदय सीना ठोक कर निर्माण सामग्री में बड़े पैमाने पर घटिया किस्म की ईंट व बालू का प्रयोग करते हैं जिससे आए दिन किसी ने किसी कार्य के क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिलती रहती है इनके द्वारा जितने भी निर्माण कार्य कराए जाते हैं चाहे वह तालाब हो इंटरलॉकिंग हो या फिर स्कूल की बाउंड्री वाल सभी जगहों पर 1 साल या 6 महीना को छोड़ दिया जाए मात्र 15 दिन बाद ही इनके कार्यों को देखा जाए तो सभी कार्यों में बड़ी ही लापरवाही देखी जा सकती है जिसका खामियाजा ग्राम पंचायत की जनता भुगत रही है अभी हाल में ही ग्राम पंचायत के अंतर्गत पूरे शुकुलन मैं हाट बाजार का निर्माण कराया गया था जहां पर जहां पर चारों तरफ से पक्की बाउंड्री वॉल के साथ टीन सेट का निर्माण कराया गया है लेकिन अफसोस की यह निर्माण कार्य इतनी घटिया किस्म की सामग्री प्रयोग किया गया कि एक बरसात भी नहीं झेल पाया और जगह-जगह बीम टूट जाने के कारण निर्माण कार्य कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गया है देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अधिकारी व कर्मचारियों की सांठगांठ से ग्राम पंचायतों में होने वाले पक्के निर्माण कार्य में किस तरह से सरकारी धन का बंदरबांट किया जाता है I
वैसे इस ग्राम पंचायत की शिकायत स्थानीय लोगों ने कई बार मुख्यमंत्री पोर्टल से लेकर उच्चाधिकारियों से की परंतु कोई भी अधिकारी जांच करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है जिससे शिकायतकर्ता का कहना है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार बातें तो करती है परंतु कार्रवाई देखने को नहीं मिलती
विकास खंड बाजार शुकुल की बात करें तो अमेठी जनपद के आखिरी छोर पर बसे होने के कारण उच्चाधिकारियों की नजरें बहुत कम ही इधर को घूमती है जिससे यहां पर प्रधान व कर्मचारी मनमाने तरीके से कार्य करके पैसा हजम कर रहे हैं I