Shri Ram Temple : राममंदिर बैठक शुरू, सुरक्षा और पर्यटन पर होगा फोकस
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विशेष रिपोर्ट- लोकदस्तक संवाददाता
अयोध्या, उप्र।
अयोध्या में सोमवार से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तीन दिवसीय बैठक का आरंभ हुआ। मंगलवार, 9 सितंबर को मणिराम दास जी की छावनी में होने वाली इस बैठक की अध्यक्षता महंत नृत्यगोपाल दास महाराज करेंगे। इसमें ध्वजारोहण कार्यक्रम सहित कई अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श होना तय है।
गिलहरी को मिला विशेष सम्मान
लंका विजय के दौरान रामसेतु निर्माण में गिलहरी की प्रतीकात्मक भूमिका को ध्यान में रखते हुए ट्रस्ट ने अंगद टीले पर उसकी प्रतिमा स्थापित की है। प्रतिमा इस प्रकार लगाई गई है कि वह सीधे मंदिर की ओर देखती प्रतीत होती है। मान्यता है कि गिलहरी ने छोटे-छोटे योगदान से प्रभु श्रीराम के महान कार्य में सहयोग दिया था, इसलिए उसे यह सम्मानजनक स्थान प्रदान किया गया है।
नृपेंद्र मिश्र ने किया निरीक्षण
निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र अयोध्या पहुँच चुके हैं। उन्होंने बताया कि राममंदिर का कार्य अब अंतिम चरण में है और निर्माण की गुणवत्ता की गहन जाँच कराई जा रही है। इसके लिए इंजीनियर इंडिया लिमिटेड और सीडीआरआई, रुड़की को जिम्मेदारी दी गई है। मिश्र ने कहा कि वे अंगद टीले का निरीक्षण कर रहे हैं और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर संरचना मजबूती और शिल्पकला के मानकों पर खरी उतरे।
चार किमी लंबी सुरक्षा दीवार, 25 निगरानी टावर
सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए मंदिर परिसर के चारों ओर लगभग चार किलोमीटर लंबी दीवार बनाई जा रही है। इसके साथ ही 25 वॉच टावर खड़े होंगे और पुलिस चौकियों के स्थान को भी बेहतर समन्वय के साथ तय किया जाएगा। सुरक्षा ढांचे को अंतिम रूप देने के लिए मंगलवार को जिला प्रशासन और ट्रस्ट की संयुक्त बैठक होगी।
रामायण की मूल प्रतियाँ संग्रहालय में
नृपेंद्र मिश्र ने कहा कि आने वाले समय में अयोध्या को पर्यटन की सर्वोत्तम नगरी के रूप में विकसित किया जाएगा। श्रद्धालु केवल रामलला के दर्शन तक सीमित न रहें, बल्कि यहां की सांस्कृतिक धरोहर से भी जुड़ सकें, इसके लिए संग्रहालय में रामायण से जुड़ी मूल प्रतियाँ रखी जाएंगी। इसके लिए विभिन्न प्रदेश सरकारों से सहयोग मांगा गया है।
साथ ही, गेट नंबर-11 का निर्माण 15 अक्टूबर तक पूरा कर उसका नामकरण भी किया जाएगा। मिश्र ने विश्वास जताया कि आने वाले दिनों में अयोध्या धार्मिक ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और पर्यटन की दृष्टि से भी विश्व स्तर पर अलग पहचान बनाएगी।
स्थलीय निरीक्षण और समीक्षा बैठक
8 सितंबर को नृपेंद्र मिश्र ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर का भ्रमण कर निर्माण कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने पीएफसी बिल्डिंग, सप्त मंडप और जूताघर का निरीक्षण किया। बाद में कॉन्फ्रेंस हॉल में अधिकारियों और इंजीनियरों के साथ बैठक कर प्रगति की समीक्षा की।
श्री मिश्र ने समयसीमा और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए और कहा कि अंतिम चरण में कार्य और अधिक सतर्कता से होना चाहिए। साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने पर जोर दिया गया।