Devastation Due to Cloud Burst : मनाली में तबाही: बादल फटने से ब्यास नदी में उफान, सैकड़ों होटल खतरे में – पर्यटक फंसे
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लोक दस्तक न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली।
हिमाचल प्रदेश की पर्यटन नगरी मनाली इन दिनों भारी बारिश और बाढ़ की चपेट में है। धुंधी और अंजनी महादेव क्षेत्र में बादल फटने के बाद ब्यास नदी अचानक उफान पर आ गई। नतीजा यह हुआ कि नदी किनारे बने होटल, रेस्तरां और बहुमंजिला इमारतें खतरे में आ गईं। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर किनारे स्थित सभी भवन खाली करा दिए हैं।
लगातार हो रही बारिश से हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। ब्यास नदी के तेज बहाव में मनाली का फोरलेन और नेशनल हाईवे बह गया, जिससे शहर का बाकी इलाकों से संपर्क पूरी तरह टूट गया है। हजारों की संख्या में पर्यटक मनाली में फंसे हुए हैं। कई होटल अभी भी पानी से घिरे हैं और लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश में हैं।
सबसे बड़ा नुकसान बाहंग क्षेत्र में हुआ, जहां मशहूर शेरे-पंजाब रेस्टोरेंट बाढ़ की भेंट चढ़ गया। बताया जा रहा है कि इस रेस्टोरेंट की पूरी इमारत ब्यास नदी में समा गई और अब केवल गेट ही बचा है। इसके अलावा आसपास की चार दुकानें भी तेज धार में बह गईं। यह नजारा वहां मौजूद लोगों के लिए बेहद डरावना रहा।
स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। NDRF और पुलिस की टीमें लगातार अलर्ट पर हैं। पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए अस्थायी कैंप बनाए गए हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी किनारे बिल्कुल न जाएं और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
मनाली और इसके आसपास के क्षेत्रों में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर बारिश का यही क्रम जारी रहा, तो ब्यास का जलस्तर और खतरनाक हो सकता है, जिससे नुकसान और बढ़ने की आशंका है।
मनाली के लोग इस प्राकृतिक आपदा से दहशत में हैं। पर्यटक अपनी वापसी को लेकर चिंतित हैं, वहीं स्थानीय निवासी अपने कारोबार और मकानों पर मंडराते खतरे को लेकर परेशान हैं।

                        
                                
                                
                                
                            
                            
                            
                            