गांधी परिवार के करीबी रहे पूर्व कांग्रेस सांसद राजकरन सिंह का निधन, हुआ अंतिम संस्कार
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अमेठी ।गांधी परिवार के अत्यंत करीबी रहे वयोवृद्ध कांग्रेस नेता व पूर्व सांसद राज करन सिंह के निधन की सूचना के बाद स्थानीय लोगों व जनप्रतिनिधियों में शोक की लहर दौड़ गई।1984 से 1989 तक सुल्तानपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर सांसद रहे वरिष्ठ कांग्रेसी राजकरन सिंह का शनिवार की देर रात लंबी बीमारी के कारण उनके पैतृक गांव नेवादा स्थित आवास पर निधन हो गया। वे 87 वर्ष के थे।
उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव नेवादा में ही रविवार को राजकीय सम्मान के साथ कर दिया गया। अमेठी जिले के मुसाफिरखाना ब्लॉक के नेवादा गांव के रहने वाले पूर्व सांसद के निधन से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गयी।रविवार की सुबह से ही क्षेत्रीय लोग पहुंच कर शोकाकुल परिवार को सांत्वना दे रहे हैं।
1984 से 1989 तक सुल्तानपुर लोकसभा सीट से सांसद रहे वरिष्ठ कांग्रेसी राजकरन सिंह का 87 वर्ष की आयु में निधन की जानकारी मिलने पर स्थानीय सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह वरिष्ठ भाजपा नेता पूर्व विधायक तेजभान सिंह सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने उनके आवास पहुंच कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की ।
राजकरन सिंह का राजनीतिक सफर
पूर्व सांसद राजकरन सिंह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। इन्होंने बीती रात लगभग 12 बजे अपने नेवादा स्थित निवास पर अंतिम सांस ली। 1936 में जन्में राजकरन सिंह मुसाफिरखाना के एएच इंटर कालेज में व्यायाम शिक्षक रहे। वर्ष 1984 में शिक्षक पद से त्याग पत्र देकर कांग्रेस पार्टी के टिकट पर सुल्तानपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और सांसद बने । तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी से उनकी नजदीकियों को लेकर भी चर्चा में रहे ।
इससे पूर्व 1971 से 1984 तक वे मुसाफिरखाना के ब्लाक प्रमुख भी रहे।उन्होंने 1984, 1989 में लोक सभा का चुनाव लडा । और 1993 में उन्होंने इसौली विधान सभा क्षेत्र से एक बार विधानसभा चुनाव भी लड़े।राज करन सिंह कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष जिला उपाध्यक्ष के साथ ही सुल्तानपुर जिले के कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष भी रहे।
इसके साथ ही केंद्र में पीवी नरसिंहा राव सरकार के कार्यकाल में पेट्रोलियम मंत्रालय भारत सरकार में गुजरात ऑयल सेलेक्सन बोर्ड के डायरेक्टर के पद पर रहते हुए उल्लेखनीय ख्याति अर्जित की I
राजकरन सिंह अपने पैतृक गांव में इंटर कालेज की स्थापना करते हुए लोगों के शिक्षा की ओर ले जाने की कोशिश की । राजकरन सिंह का निधन राजनीति के क्षेत्र के जो शून्यता आयी है, उसे पूरा नहीं किया जा सकता है I अपने सादगी, सरल एवं ईमानदार साफ-स्वच्छ छवि लोगों के दिलों में हमेशा याद किए जाएंगे I
विजय यादव
(सह-संपादक )