महात्मा ज्योतिबा राव फुले की पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि
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अमेठी। सामाजिक क्रांति के अग्रदूत ,सत्यशोधक समाज के संस्थापक महात्मा ज्योतिबा राव फुले की पुण्यतिथि पर विभिन्न सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। गुरु तेग बहादुर सिंह का बलिदान और महात्मा फूले का जीवन दर्शन सोमवार को सोशल मीडिया पर सुर्खियों मे रही। वीरांगना झलकारी बाई चेतना समिति के कार्यकर्ताओं ने अंतू रोड स्थित कैम्प कार्यालय पर विचार गोष्ठी आयोजित कर महात्मा फूले के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हें कोटि कोटि नमन किया। अम्बेडकर कल्याण समिति, अम्बेडकर सेवा समिति, बामसेफ, विश्व बौद्ध संघ और बसपा कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से दिन भर एक दूसरे को संदेश शेयर किए। महात्मा फुले का जन्म20फरवरी को पुणे महाराष्ट्र के सतारा जिले के कटगन गांव मे एक माली परिवार में हुआ था।बचपन मे सामाजिक रुढियों से लडते हुए उन्होंने शिक्षा हासिल की और सत्यशोधक समाज की स्थापना के साथ 1848 में महिलाओं की शिक्षा के लिए प्रथम स्कूल खोला।अपनी पत्नी सावित्री बाई को शिक्षिका बनाया ।अपने 63साल के जीवन मे उन्होंने गुलाम भारत में शिक्षा की ज्योति जलाई और महाराष्ट्र मे पचास से अधिक स्कूल खोले।फुले दम्पत्ति नारी मुक्ति आन्दोलन के जनक थे। एडवोकेट प्रमोद कुमार ने बताया कि फुले के सत्यशोधक समाज के आन्दोलन ने भारत मे नवजागरण को अकूत ताकत और ऊर्जा प्रदान की।बामसेफ के जिला संयोजक संजीव भारती ने कहा कि फुले जी के जीवनदर्शन का प्रभाव बाबा साहब डा अम्बेडकर पर रहा,वे महात्मा फूले को अपना गुरु मानते थे। सूबेदार रामफल फौजी ने कहा कि फुले का जन्म माली परिवार मे हुआ था।उत्तर प्रदेश का माली समाज अभी भी उनके इतिहास से दूर है।फूलों के व्यवसाय के कारण वे फूले कहलाए।बृजेश कुमार, त्रिभुवन दत्त, ललित कुमार, सूर्य बली,दिलीप कुमार, अमृतलाल आदि मौजूद रहे। राज्य महिला आयोग की पूर्व सदस्य शकुंतला भारती ने कहा है कि महात्मा फूले ने गुलाम भारत में सबके लिए शिक्षा के द्वार खोले।वे नारी मुक्ति आन्दोलन के जनक थे। शिक्षक वीरेंद्र राव ने कहा कि फुले जी महान समाज सुधारक और राष्ट्र पिता थे।सुरेन्द्र अम्बेडकर ने कहा कि फुले दम्पत्ति ने बहुजन समाज का उद्धार करने के लिए जीवन भर राष्ट्र व्यापी आंदोलन चलाया। इनसेट अमेठी।गुरु तेग बहादुर सिंह के शहीदी दिवस पर मुसाफिर खाना गुरूद्वारे में कार्यक्रम हुआ।नगर में गुरु गोविंद सिंह लंगर समिति के सेवादारों और कार्यकर्ताओं ने गुरु साहब की महिमा का गुणगान किया।आर आर पी जी कालेज में बडा़ कार्यक्रम हुआ।