ब्रिटेन की महारानी के निधन के बाद चार्ल्स ने संभाली विरासत, आज भारत में राष्ट्रीय शोक घोषित
1 min readब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ.द्वितीय का गुरुवार को 96 साल की उम्र में बालमोरल में निधन हो गया। वह ब्रिटेन पर सबसे लंबे समय तक काम करने वाली महारानी थीं। उन्होंने ब्रिटेन पर 70 सालों तक शासन किया। उन्होंने पहली बार 1952 में गद्दी संभाली थीं। क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर पीएम मोदी समेत दुनियाभर के नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और उनके पति प्रिंस फिलिप तीन बार भारत आए थे। इस दौरान उन्होंने यूपी का भी दौरा किया था। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय 96 वर्षीय सम्राट के निधन के बाद दुनिया भर से शोक व्यक्त किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें हमारे समय की दिग्गज के रूप में याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपने देश और लोगों को प्रेरक नेतृत्व प्रदान किया और सार्वजनिक जीवन में गरिमा और शालीनता का व्यक्तित्व दर्शाया। महारानी एलिजाबेथ की मृत्यु के कुछ ही घन्टे के बाद चार्ल्स गद्दी पर बैठे। एक परिग्रहण परिषद जितनी जल्दी हो सके बुलाई जाती है, आमतौर पर 24 घंटों के भीतर और उत्तराधिकारी की घोषणा करने के लिए सेंट जेम्स पैलेस संप्रभु के आधिकारिक निवास में आयोजित की जाती है। परिषद प्रिवी काउंसलर्स से बनी है जिन्होंने नॉर्मन युग के बाद से सम्राट को सलाह देते आ रहे हैं। उनमें अब नई प्रधानमंत्री लिज़ ट्रस सहित लगभग 670 वरिष्ठ राजनेता शामिल हैं।महारानी 1961 में पहली बार भारत पहुंचींए तो 21 जनवरी 1961 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद उपराष्ट्रपति डॉ एस राधाकृष्णन और प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने हवाई अड्डे पर महारानी और प्रिंस फिलिप का स्वागत किया। 1961 में गणतंत्र दिवस परेड में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय सम्मानित अतिथि थीं। इस तस्वीर में वह भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के साथ चलती हुई दिखाई दे रही थीं। उन्होंने तत्कालीन प्रधान मंत्री जवाहरलाल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भारी भीड़ को भी संबोधित किया था।एलिजाबेथ द्वितीय करीब 50 करोड़ डॉलर की निजी संपत्तियां और 28 अरब डॉलर से ज्यादा की परिसंपत्तियां छोड़कर गई हैं। चार्ल्स को राजा के तौर पर ब्रिटिश राजघराने की तमाम संपत्तियों से होने वाली आय का 15.25 फीसदी भत्ते के तौर पर मिलता रहेगा।
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर आज भारत में राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। महारानी के सम्मान में लाल किले से लेकर राष्ट्रपति भवन तक में तिरंगे को आधा झुकाया गया। गृह मंत्रालय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक देशभर में सभी सरकारी इमारतों जहां नियमित तौर पर तिरंगा फहराया जाता है, ऐसी सभी जगहों पर आज दिनभर तिरंगा आधा झुका रहेगा।