REPORT BY KAUSHAL KISHOR AMETHI NEWS। अवधी साहित्य संस्थान अमेठी की ओर से सरैया बड़गांव में राम वदन शुक्ल पथिक...
अवधी साहित्य
लाली और टुईयाँ (दो बच्चियों का नाम है) अपनी अम्मा से आजादी का मतलब पूँछ व समझा रही हैं। आज...
गमछा तोहार गुन ऊ जानै, जे सब दिन तुहका साथ लेहे, हरदम ओहके कामे आवा, हर हारे गाढे साथ देहे......
अमेठी। बड़े गौर से सुन रहा था जमाना,हमीं सो गए दास्तां कहते कहते। किसी शायर की यह पंक्तियां आज...
आकाशवाणी लखनऊ के तत्वावधान में लोकायतन-ग्रामीणों के लिए कार्यक्रम, लोक-भाषा अवधी में कहानी पाठ शीर्षक ' गांव सुराज...
अवधी साहित्य संस्थान अमेठी के तत्वावधान में चल रहे हिन्दी पखवाड़े के दौरान 'बदलते परिवेश में हिन्दी ' विषयक...